आजु निकुंज मंजु में खेलत
आजु निकुंज मंजु में खेलत, नवल किसोर नवीन किसोरी | अति अनुपम अनुराग परसपर, सुनि अभूत भूतल पर जोरी ||
विद्रुम फटिक विविध निर्मित धर, नव कर्पूर पराग न थोरी | कौंमल किसलय सैंन सुपेसल, तापर स्याम निवेसित गोरी ||
मिथुन हास परिहास परायन, पीक कपोल कमल पर झोरी | गौर स्याम भुज कलह मनोहर, नीवी बंधन मोचत डोरी ||
हरि उर मुकुर बिलोकि अपनपी, विभ्रम विकल मान जुत भोरी | चिबुक सुचारु प्रलोइ प्रवोधत, पिय प्रतिबिंब जनाइ निहोरी ||
'नेति नेति' बचनामृत सुनि सुनि, ललितादिक देखतिं दुरि चोरी | (जै श्री) हित हरिवंश करत कर धूनन, प्रनय कोप मालावलि तोरी ||
Hindi Translation:
सुन्दर निकुंज मंदिर में नवल किशोर श्याम एवं नवल किशोरी श्री राधा रस क्रीड़ा संलग्न हैं। दोनों का पारस्परिक अनुराग भी अति अनुपम है। यह अनोखी जोड़ी भूतल (स्थित श्रीवृन्दावन) में ही सुनी एवं देखी जाती है।...
Raag:
Vibhas
Vaani:
श्री हित चौरासी जी