नागरता की रासि किसोरी
नागरता की रासि किसोरी।
नव नागर कुल मौलि साँवरौ, वर बस किया चिते मुख मोरी।।
रूप रुचिर अँग अँग माधुरी, बिनु भूषन भूषित ब्रज गोरी।
छिन छिन कुसल सुधंग अंग में, कोक रभस रस सिंधु झकोरी।।
चंचल रसिक मधुप मोहन मन, राखे कनक कमल कुच कोरी।
प्रीतम नैन जुगल खंजन खग, बॉधे विविध निबंधनि डोरी ।।
अवनी उदर नाभि सरसी में, मनौं कछुक मदिक मधु घोरी।
(जे श्री) हित हरिवंश पिवत सुंदर वर, सींव सुदृढ़ निगमनि की तोरी।।
Hindi Translation:
किशोरी राधिका सुन्दरता की राशि हैं। इन्होंने नव नागर समूह के भी सिरमौर श्याम सुन्दर को अपनी चितवन और ललितभाव से मुख मोड़ने की क्रिया से ही वश में कर लिया है। इनका रूप अत्यन्त रुचिर है और अङ्ग अङ्ग में...
Raag:
Kedārau
Vaani:
श्री हित चौरासी जी