आज नीकी बनी श्रीराधिका नागरी
आज नीकी बनी श्रीराधिका नागरी।
ब्रज जुवति जूथ में रूप अरु चतुरई,
सील सिंगार गुन सबनितें आगरी ॥
कमल दक्षिण भुजा वाम भुज अंस सखि,
गाँवती सरस मिलि मधुर सुर राग री।
सकल विद्या विदित रहसि 'हरिवंश हित’,
मिलत नव कुञ्ज वर स्याम बड़ भाग री॥
Hindi Translation:
“हे सखि ! आज नागरी राधिका बड़ी नीकी (सुन्दर) बनी हैं। वे समस्त ब्रज युवती समूह में रूप, चातुर्य शील श्रृंगार एव गुण सभी बातो में सबसे बढ़ी-चढ़ी श्रेष्ठ हैं।उनके दाहिने हाथ में कमल है और वे अपनी बायीं भ...
Raag:
Dhanāśrī
Vaani:
श्री हित चौरासी जी