हौं बलि जाँउ नगरी श्याम
हौं बलि जाँउ नगरी श्याम ।
ऐसैं ही रंग करौ निशि-बासर, वृन्दाविपिन कुटी अभिराम ॥
हास-विलास सुरत रस सींचन, पशुपति-दग्ध जिवावत काम ।
हित हरिवंश लोल लोचन-अलि, करहु न सफल सकल सुख धाम ॥
Hindi Translation:
श्री हित सजनी आशीर्वाद देती हैं - "हे नागरी ! (श्री राधा) हे श्री श्याम (श्री कृष्ण) मैं आप पर बलिहार जाऊं ।(आप दोनों) वृंदावन की सुंदर कुंज कुटी में रात दिन निरंतर इसी प्रकार आनंदमय रंग विहार ही करते...
Raag:
Gauḍ va Malhāra
Vaani:
श्री हित चौरासी जी