प्यारे बोली भामिनी
प्यारे बोली भामिनी, आजु नीकी जामिनी;
भेंटि नवीन मेघ सौं दामिनी॥
मोहन रसिक राइ री माई तासौं जु मान करै,
ऐसी कौन कामिनी।
(जै श्री) हित हरिवंश श्रवन सुनत प्यारी राधिका,
रमन सौं मिली गज गामिनी॥
Hindi Translation:
(श्री हित अली ने कहा-) हे भामिनि । (तुम्हें) प्यारे (श्रीकृष्ण) ने बुलाया है। (देखो) आज (कैसी) सुन्दर रात्रि है ? अतः आप नवीन मेघ रूप (श्रीलालजी) से ऐसे भेंटिये (मिलिये) जैसे दामिनि ।
अरी माई ! मोहन ल...
Raag:
Vibhāsa
Vaani:
श्री हित चौरासी जी